झूठी पत्नियों के उत्पात से सरकार जाग रही है! Law is changing due to misuse of section 498A crpc. देखिए जो यह महिलाओं के लिए जो कानून बने थे 498 ए, घरेलू हिंसा अधिनियम, 125 सीआरपीसी यह सभी कानून उन महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए बने जिनके साथ उनके पति या उनके अन्य ससुराल पक्ष के लोग उनको परेशान कर रहे हैं उनके साथ ससुराल मे हेरासमेंट हो रहा हैं उनके साथ क्रुएलिटी कर रहे हैं और उनका जीना दोबर कर रहे हैं लेकिन यह कानून को बनने के बाद आप सभी यह देखा होगा महसूस किया होगा की झूठी FIR पत्नियों के द्वारा लगाई जाती है मैं सिर्फ बात कर रहा हूं उन झूठी पत्नियों की, सबके लिए मै बात नहीं कर रहा हूं उन झूठी पत्नियों ने उत्पाद मचा रखा है, कानून का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है और आज हम बात करेंगे कि क्या यह झूठी पत्नियों के उत्पादन से सरकार और कानून जाग रही है मै एडवोकेट गौरव चंदवानी आप सभी का पुण: स्वागत करता हूं आप सभी पढ़ रहे हैं आपका पसंदीदा ब्लॉग LAWSIKHE.
misuse of section 498A crpcअब देखिए पहले आपको ध्यान में होगा कि आज से करीब 10-12 साल पहले अगर कोई भी पत्नी 498-ए केस में अपने पति या ससुराल पक्ष के विरुद्ध जब कंप्लेंट दायर किया करती थी तब हाथो हाथ गिरफ्तारी होती थी ओर कोर्ट में से पति और उसके ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य जमानत नहीं मिलती थी महीनो-महीनो कोर्ट के अंदर रहा करते थे लेकिन धीरे-धीरे इसी बात को विवाहित महिलाओ ने हथियार बनाना शुरू कर दिया उसे हथियार बनाने से हुआ यह है की झूठी पत्नियों की उत्पादन की वजह से समाज में उथल-पुथल फैल गई वह लड़कियां जिनके साथ यह गलत हो रहा है वह हिम्मत ही नहीं कर पा रही है आज के दिन में की यह कोर्ट में आए क्योंकि उनको यह महसूस है कि अब कोर्ट की नजर सरकार की नजर उनके प्रति नरम नहीं है आप देख रहे हैं कि हर दूसरे दिन बल्कि मैं कहता हूं हर रोज किसी न किसी ट्रायल कोर्ट में या हायर कोर्ट में यानी कि हाईकोर्ट में या सुप्रीम कोर्ट में ऐसी-ऐसी जजमेंट निकल रही है इसमें यह बार-बार कहा जा रहा है कि अगर 498 के केस में अगर कोई भी गिरफ्तारी होती है तो जमानत देने की जरूरत नहीं है यानी आपको उठाया ही नहीं जाएगा जेल में बंद ही नहीं किया जाएगा और अगर आपको जेल में बंद ही नहीं किया जाएगा तो आपको इसका मतलब यह है कि आपको जमानत लेने की जरूरत ही नहीं है कोर्ट का रवैया बहुत नरम हो चुका है पत्तियों की तरफ सरकार का रविया नरम हो चुका है इसी तरह से पुलिस का रविया अब नरम हो चुका है लड़कों के प्रति लेकिन आप यह बात मानकर चलिए की इन सब चीजों से नुकसान आप लड़कियों का भी हो रहा है क्योंकि वह लड़कियां जिनके साथ वाकई में हेरासमेंट हो रहा है जिसके साथ उसके पति बहुत गलत कर रहे हैं उन पतियो को भी फायदा मिल रहा है मतलब यह है कि पति इन लड़कियों के साथ गलत भी कर रहे हैं उनके साथ फायदा भी ले रहे हैं क्यों क्योंकि रवैया पतियों के लिये सरकार का पुलिस का सबका नरम होता जा रहा है तो कहीं ना कहीं इस उत्पाद की वजह से यह झूठे केस आने की वजह से फायदा नहीं हो पा रहा है लेकिन लड़कियों का बल्कि नुकसान ही हो रहा है और इस बात का फायदा पति भी लेकर जा रहे हैं पति आज भी अपनी पत्नियों के साथ गलत कर रहे हैं तो आप सभी को विचार करने की जरूरत है आत्म मंथन करने की जरूरत है कि आप लोग कहां जा रहे हैं क्या जरूरत है आपको झूठे केस कर फाइल करने की आप अपनी फेस वैल्यू भी कोर्ट के सामने खराब कर रही है क्योंकि हर एक परिवाद जब पढ़ा जाता है तो मिलती-जुलती लाइन होती है शुरूआत वहीं से होती है कि मेरे माता-पिता और पिता ने हैसियत से बढ़कर के इतने लाख रुपए खर्च वही पत्नी है जब कोर्ट में आती है बताती है कि पिताजी सब्जी का ठेला चलाते हैं लेकिन जब वह कंप्लेंट लिखी जाती है तो 25 से 30 लाख 50 लाख ऐसे लिख देती है 20 25 50 रुपए की बात कर रही हो प्लीज आप झूठी कोंपलेंट करना छोड़ दीजिए वरना जो अब हासिल हो रहा है जैसे सरकार का रुख चेंज हो रहा है कानून का रुख चेंज हो रहा है पुलिस महकमें का रुख चेंज हो रहा है इसमें कहीं आप बहुत बड़े नुकसान की तरफ चले जाएंगे मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी का मेरा आज का आर्टिकल आपको बहुत अच्छा लगा होगा आपको मेरा आज का आर्टिकल केसा लगा कृपया कॉमेंट करके जरूर बताए! धन्यवाद