हम भारतीय दंड संहिता 1960 (Indian penal code) की सभी धाराएं कैसे याद रखें
दोस्तों याद होने के पीछे कोई न कोई कारण होता है बिना किसी कारण के न तो हम कुछ याद नहीं रख सकते हैं दोस्तों हम अपने मस्तिष्क को एक कबाड़खाने की तरह Use करते हैं, जैसे – मान लीजिये कि एक कबाड़खाना है और उस कबाड़खाने में आपने अपना सारा जरूरत का सामान जैसे कॉपी, पेन, किताब, शर्ट, पैन्ट, जूते, मोजे, चश्मा, मोबाइल आदि ढूँस – ढूँस के भर दिया है। अब अगर आपको पेन की जरूरत पड़ती है और आप कबाड़खाने को खोलते हो तो क्या आपको कबाड़खाना खोलते ही पेन मिल जायेगा या आपको ढूँढ़ना पड़ेगा ? बेशक आपको ढूँढ़ना पड़ेगा क्योंकि आपने तो अव्यवस्थित तरीके से सारा सामान कबाड़खाने में भर दिया था। लेकिन दोस्तों अगर आपने कबाड़खाने में हर चीज के लिये अलग अलग जगह बनाई होती, जैसे कॉपी रखने के लिये अलग जगह, पेन रखने के लिये अलग जगह, किताबों के लिये अलग जगह, तब तो आपको जाते ही आपका सामान बिना ढूँढ़े मिल जाता । ठीक इसी प्रकार हम अपने मस्तिष्क को कबाड़खाने की तरह Use कर रहे हैं। हम सब याद तो कर रहे हैं लेकिन हमें ये पता नहीं है कि मस्तिष्क में किस जगह Store हो रहा है। अगर हम मस्तिष्क में हर प्रश्न के लिये अलग – अलग जगह बना लें तो जब भी हमें उस प्रश्न की जरूरत हो तो हमें तुरन्त याद आ जाये, हमें कबाड़खाने की तरह ढूँढ़ना न पड़े । दोस्तों जिस प्रकार हम इन्सानों की भाषा होती है जिससे हम लोग आपस में बातें करते हैं एक दूसरे को समझते हैं, ठीक इसी प्रकार हमारे मस्तिष्क की भी भाषा होती है। अगर आपने वो भाषा सीख ली तो आप बहुत ही आसानी से कुछ भी याद करना सीख सकते हैं।
दोस्तों याद रखने के लिए हम शाम को कोचिंग में भी पढ़ते हैं और रात में भी पढ़ाई करते हैं और जब सुबह परीक्षा शुरू होने में सिर्फ पाँच मिनट होती हैं तब भी हम कोशिश करते हैं कि कुछ छूट तो नहीं गया एक बार फिर से याद कर लें, एक बार फिर से दोहरा लें। यही करते-करते हम परीक्षा भवन में प्रवेश करते हैं और जब हम प्रश्न पत्र पढ़ते हैं तभी हमे एक झटका लगता है कि” अरे इस प्रश्न का उत्तर तो मुझे कल भी याद था, सुबह भी तो याद किया था लेकिन अब याद नहीं आ रहा है”। हम बहुत कोशिश करते हैं लेकिन वो उत्तर हमको याद नहीं आता है और परीक्षा समाप्त होने के बाद जब हम परीक्षा भवन से बाहर निकलते हो तो याद आ जाता है। जब हमको उत्तर याद आना चाहिये था तब वो हमको याद नहीं आता और जब उसकी जरूरत नहीं है तब वो अपने आप याद आ जाता है। लेकिन बाद में वो उत्तर हमे याद आया ये इस बात को साबित करता है कि वो उत्तर आप भूले नहीं थे वो आपके मस्तिष्क में ही कहीं न कहीं छिपा हुआ था। वैज्ञानिक ये बताते हैं कि इन्सान जो भी कुछ देखता हैं, सुनता है या महसूस करता है वो उसके मस्तिष्क में कहीं न कहीं Store हो जाता है। एक वैज्ञानिक जिनका नाम मार्क रोज़ाबीन था, के अनुसार हमारे मस्तिष्क की क्षमता इतनी ज्यादा है कि हम 40 लाइब्रेरी भी याद कर सकते हैं जिसमें हर लाइब्रेरी में 80,000 से भी ज्यादा किताबें ही क्यों न हों। जब हमारे मस्तिष्क की क्षमता इतनी ज्यादा है तो हम भूलते क्यों हैं।ऐसा क्या किया जाये कि जो भी कुछहम देखते हैं, सुनते हैं या महसूस करते हैं वो एकदम से याद हो जाये। देर तक याद रहे और जब उसकी जरूरत हो तब वो हमें याद आ जाये। अकसर आपने देखा होगा कि हम बाजार से सामान लेने गये और पाँच में से चार सामान तो ले आये लेकिन एक सामान भूल गये। आप घर में पैन रखकर भूल जाते हैं, किताब रखकर भूल जाते हैं, चाबियाँ रखकर भूल जाते हैं, यहाँ तक कि आप जरूरी कागजों को ये सोचकर बहुत सम्हाल कर रख देते हैं कि वो कागज समय पर आपको याद आ जायें लेकिन जब उन कागजों की ज़रूरत होती है तो वो आपने कहाँ पर सम्हाल कर रखे थे आपको याद ही नहीं आता है। इसके अलावा आप एक कमरे से दूसरे कमरे में कुछ लेने के लिये जाते हो और वहाँ पहुँच कर आप ये भूल जाते हो कि आप वहाँ क्या लेने आये हो और जब आप वापस पहले कमरे में आते हो तब आप को याद आ जाता है कि आप दूसरे कमरे में क्या लेने गये थे। समस्या गम्भीर तब बन जाती है जब हम परीक्षा की बात करते हैं। क्योंकि ज्यादातर विद्यार्थी सुबह से दोपहर तक स्कूल या कॉलेज में पढ़ते हैं
45
4-R 5-L 45-RaiL
सो देखा आपने आज से पहले 45 आपके लिये सिर्फ 45 ही था। लेकिन आज वो Rail हो गया है। इसी प्रकार एक और नम्बर लेते हैं।
90
9-B 0-S 90-Bus
तो देखा आपने आज से पहले आपके लिये 90 सिर्फ एक नम्बर था लेकिन आज से वो BUS बन गया है। इसी प्रकार हम एक से लेकर 100 नम्बरों तक की Visual Image बपा सकते हैं।
18-T.V.
1-Hati 35- Mooli 2 – Eno 3- HEMA 4- AARI 5- AALOO 6- ASH 7-KEY 8- YUVI 9-BEE 10-DOSA 11-TADY 12-DHONI 13-DAM 14-DEER 15-DOL 16-TAJ , 17- DAKU 18-T.V, 19-TAP 20-NOSE 21-NET , 22-NAAN 23-NIMA 24-AANAR 25-NAIL 26-NAAG 27-NACK , 28- NAAV , 29-NIB 30-MOUSE , 31-MAT 32-MOON , 33-MOM 34-MOR , 35-MOOLI 36- MAGGI 38-MOOV , 39-MAP 40-ROSE 41RAT 42-RAIN 43-RAM ,
44-ROAR 45-RAIL 46-RAJU 47-RACK ,
48-ROOF 49-ROPE, 50 LASE,
51- LOTA 52-LOW 53-LIME 54-LARA 55-LILI , 56-LICHI , 57-LOKY, 58-LEAF 59-LIP
60-GAS , 61-GOAT , 62-GIN , 63-GYM, 64-AACHAR, 65-JAIL ,
66-JUG , 67-CHEEKU , 68-CHEF 69 = GOBI 70-CASIO 71-CAT 72-KAAN 73-COMB 74-CAR
75-KAALI 76-CASH , 77-CAKE 78-COFEE 79-CAP 80-FUSE,81- FATY, 82-FON, 83-VIM 84- 85-FILE, 86-FISH 87-FOKE , 88-FUFA , 89-VIP 90-BUS , 91-BAD 92-BON 93-BOM 94-BORA 95-BEL 96-PIG , 97-BIKE 98-PAAV 99-BABY 100-THESIS
हम भारतीय दंड संहिता 1960 (Indian penal code) की सभी धाराएं कैसे याद रखें
दोस्तों याद होने के पीछे कोई न कोई कारण होता है बिना किसी कारण के न तो हम कुछ याद नहीं रख सकते हैं दोस्तों हम अपने मस्तिष्क को एक कबाड़खाने की तरह Use करते हैं, हम सब याद तो कर रहे हैं लेकिन हमें ये पता नहीं है कि मस्तिष्क में किस जगह Store हो रहा है। अगर हम मस्तिष्क में हर प्रश्न के लिये अलग – अलग जगह बना लें तो जब भी हमें उस प्रश्न की जरूरत हो तो हमें तुरन्त याद आ जाये, हमें कबाड़खाने की तरह ढूँढ़ना न पड़े । दोस्तों जिस प्रकार हम इन्सानों की भाषा होती है जिससे हम लोग आपस में बातें करते हैं एक दूसरे को समझते हैं, ठीक इसी प्रकार हमारे मस्तिष्क की भी भाषा होती है। अगर आपने वो भाषा सीख ली तो आप बहुत ही आसानी से कुछ भी याद करना सीख सकते हैं।
दोस्तों अब तक आपके पास भारतीय दंड संहिता 1860 याद करने के सिर्फ दो ही तरीके थे.
1. रटकर
2. समझकर
मान लीजिये आप रटकर याद करते हैं तो जब परीक्षा होती है तो अगर रटे हुए उत्तर के बीच में से कुछ भूल जाते हैं तो बाकी का उत्तर भी हमें याद नहीं आता है।
मान लीजिये आप समझकर याद करते हैं तो जब परीक्षा होती है तो समझकर याद किया हुआ भी आप को 100% याद नहीं आता है, कुछ न कुछ समझकर याद किये हुए उत्तर का कोई न कोई भाग आप से छूट जाता है।
तो वो तरीका क्या है कि जिससे आपको रटना भी न पड़े और आप समझकर याद करें तो वो भी परीक्षा में पूरा – पूरा याद आये।
और वो तरीका है phenotic method
Phonetic Method
दोस्तों Phonetic Method से भारतीय दंड संहिता 1860 याद रखने के लिए आपको Phonetic Method सीखना होगा जो बहुत आसान है इस मेथड को सीख कर आप भारतीय दंड संहिता की धारा को याद रख सकते हैं इसके लिए हमें धाराओं के नंबर को कुछ ना कुछ Alphabets देने हैं जैसे-
0 = S या Z
1 = T या D
2 = N
3 = M
4 = R
5 = L
6 = G या j या sh या ch
7 = K या Q या C
8 = f या या W
9 = p या b
अब हम इन्हें याद करने के लिये एक Trick use करते हैं।
0 = S
अब अगर 0 को स्टाइल में दो या तीन बार ‘सीरो’ कहेंगें तो स के उच्चारण से आपको याद हो जायेगा कि 0 का मतलब “स” है। और “स” से आपको याद आ जायेगा S.
1 = t या d
इसे याद करने के लिये आप ध्यान से देखिये कि 1 में भी एक सीधा डन्डा है, t में भी एक सीधा डन्डा है और d में भी एक सीधा डन्डा है, तो हो गया न याद 1 = t या d.
2=2
इसे याद करने के लिये आप ध्यान से देखिये कि अगर आप 2 को घुमा कर देखें तो N की तरह लगेगा।
2=2
W=M
अगर आप 3 को घुमाकर देखेंगे तो ये M की तरह लेगेगा।
W=M
4 = 8
इसे याद करने के लिये आप ध्यान से देखिये कि हिन्दी में चार, English के ४ की तरह होता है।
5 = L
अगर आप पाँचों उँगलियों में से अगूंठे को अलग करके सीधा रखें तो ये L के Shape में लगेंगी ।
6 = G,J,Sh,ch
अगर आप G को जरा ध्यान से देखें तो ये 6 की तरह लगेगा जैसे
6 = G
अगर आप 6 को शीशे में देंखें तो शीशे में वो j की तरह लगेगा जैसे –
6 = J
इसके अतिरिक्त 6 में sh और ch भी हैं जिनका हिन्दी में अर्थ होता है ‘श’ और ‘च’ । इसे याद करने के लिये मैंने एक मजेदार लाइन बनाई है –
शोचो 6-6 Gj
इसका मतलब है सोचिये आपके दोस्त के 6-6 Gj (जीजा जी) हैं। अगर इस लाइन को आप दो तीन बार पढ़ेंगे तो आपको याद हो जायेगा कि –
6 = sh, ch, G, j
7 = K, C, Q
अगर आप दो उल्टे 7 को जोड़ेंगे तो वे K की तरह लगेंगे जैसे –
K का हिन्दी में उच्चारण तथा Q का उच्चारण भी 7 में K के साथ आयेंगे। होता है तथा इसके अतिरिक्त C होता है इसलिये C तथा Q भी
7 = K,C,Q
8=8 ;[ V ;K w
8 में भी दो गोले होते हैं और में भी दो गोले होते हैं इसलिये-
8 = 8
V को अगर पानी के ऊपर रख दिया जाये तो उसकी छाया पानी में ऐसी बनेगी ।
और अगर इसे ऊपर और नीचे से मिला दिया जाये तो ये 8 के जैसे लगेगा ।
इसलिये :-
8 = V
इसके अतिरिक्त 8 = W भी होता है
W के ऊपर एक और W रख दिया जाये तथा उसे घुमा दिया जाये तो वह बिल्कुल 8 की तरह लगेगा ।
W
इसलिये :-
8 = W
9 = p या b
अगर 9 को Horizontally या Vertically घुमा देंगे तो वो P या B बन जायेगा । इसलिये –
9=P तथा १= b
नोट – दोस्तों आपके मस्तिष्क में ये आ रहा होगा कि 0 में भी C था और 7 में भी C, तो इसका जवाब ये है कि जब C का उच्चारण ‘स’ से हो तो वो 0 में आयेगा और जब C का उच्चारण ‘क’ से हो तो वो 7 में आयेगा।
अब हम देखते हैं कि इन सभी Alphabets के अलावा जो Alphabets बचे हैं वो हैं-
a, e, i, o, u, x, y, z & h
दोस्तों आप सोच रहे होंगे कि मैं आपको बताना चाहूँगा कि तो में के लिये प्रयोग हो चुका है लेकिन और आये थे जिनका मतलब और होता है। लेकिन अकेले का मतलब होता है। इसलिये अकेले का प्रयोग तो किसी नम्बर के लिये हुआ ही नहीं है। इसका मतलब Alphabet भी बचा हुआ है।
31
अब इन बच्चे हुए Alphabets का क्या नाम रखें ? दोस्तों इन सभी Alphabets का नाम हमने रखा है” कुछ नहीं
<
इन बचे हुए Alphabets का क्या नाम रखें ? दोस्तों इन सभी Alphabets का नाम हमने रखा है" कुछ नहीं "
जैसे
P का नाम है 9
L का नाम है 5
इसी प्रकार :-
a का नाम है" कुछ नहीं "
e का नाम है " कुछ नहीं "
i का नाम है " कुछ नहीं "
O का नाम है " कुछ नहीं "
u का नाम है " कुछ नहीं "
Xका नाम है " कुछ नहीं "
y का नाम है " कुछ नहीं "
Zका नाम है " कुछ नहीं "
h का नाम है " कुछ नहीं "