आदेश 6 नियम 17 सिविलप्रक्रियासंहिताकेअन्तर्गतप्रार्थना–पत्र
(Application under order 6, Rules 17 CPC)
न्यायालय …………
वादनंबर ………… सन् …………
अ०ब०स० ………… वादी
बनाम
स० द० फ० ……….. प्रतिवादी
प्रार्थी/वादीनिम्नप्रकारसविनयनिवेदनकरताहै :
- यहकिप्रार्थीश्री ………… कादत्तकपुत्रहैऔरउसीहैसियतसेउसकेद्वाराअचलसम्पत्तिकेकब्जेकावाददायरकियागयाहैजोकि स्व० श्री ………… मृतककीसम्पत्तिहै।
- यहकिविवादितसम्पत्तिकास्वामी स्व० श्री ………… कोप्रतिवादीद्वाराभीमानागयाहै। यद्यपिप्रतिवादीद्वारावादीकेदत्तकहोनेकोचुनौतीदीगईहैऔरवहअपनेआपको स्व० श्री ………… कावारिसबताताहै।
- यहकिवादी स्व० श्री० ………… केभाईश्री …………. कापुत्रहैऔर स्व० श्री० …..कानिकटतमउत्तराधिकारीहोनेकेकारणउत्तमस्वत्वप्रमाणितकरसकताहै । अभिकथनमेंसंशोधनआपेक्षितहै
- यहकिवादमेंअभीविचारणआरम्भनहींहुआहैअथवासम्यकपरिश्रमकेबावजूदवादीविचारणआरम्भकरनेसेपूर्ववांछितसंशोधनकामामलाउठानहींसकाथा।
- यहकिन्यायहितमेंयहआवश्यकहैकिविवादग्रस्तमामलेमेंन्यायनिर्णयदेनेकेउद्देश्यसेप्रार्थीको स्व० श्री ………… कावारिसकायमकरनेहेतुएकवैकल्पिकक्लेमदायरकरनेकाआज्ञाप्रदानकीजाये।
प्रार्थना
इसलिएयहप्रार्थनाकीजातीहैकिवादी/प्रार्थीकोवादपत्रकोसंशोधितकरनेहेतपैरा न० केउपरान्तनिम्नांकितपैराजोड़नेकीआज्ञाप्रदानकीजाये।
(जोड़नेवालेपैरैमयक्रमांकयहांलिखेजाये)
स्थान ………… दिनांक …. प्रार्थी ………
द्वाराअधिवक्ता ……
नोट-प्रार्थनापत्रकेसाथशपथपत्रसंलग्नकरें।